Lata Mangeshkar – क्यों श्री मति लता मंगेशकर के गले से इतनी सुरीली आवाज निकलती थी , जानिए इस राज की बात को

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Lata Mangeshkar
Lata Mangeshkar

दोस्तों, भारत देश हमेशा से ही विद्वानों और ज्ञान की भूमि रही है। इस देश ने अनेक वीरो और विद्वानों को जनम दिया है। ऐसे ही एक हमारे बीच ऐसी संगीतकार थी जिन्होंने आज इस संसार से विदा ले ली है और पंचतत्व में विलीन हो गयी है। जी है दोस्तों हम बात कर रहे है एक महँ संगीतकार श्री मति लता मंगेशकर।

श्री मति लता मंगेशकर 28 September 1928 में हुआ। उनके पिता जी का नाम दीननाथ मंगेशकर और नाम शेवंती मंगेशकर है। उनके पिता एक मराठी थिएटर में उस समय एक एक्टर का काम करते थे और लोकल संगीतकार भी थे। श्री मति लता मंगेशकर जी एक उच्च कोटि की संगीतकार थी वो एक भारतीय संगीत जगत की एक प्ले बैक सिंगर थी और साथ में ही एक ोक्सासिओनल्ल्य म्यूजिक कंपोजर भी थी। 1987 में श्री मति लता मंगेशकर को भारत सर्कार ने उन्हें संगीत जगत के उच्तम पुरुस्कार दादा साहिब फाल्के अवार्ड से नवाजा।

जब श्री मति लता मंगेशकर बचपन में थी तो उनकी आवाज बहुत ही सुरीली थी , लोग उन्हें संगीत गाने के लिए बोलते थे तो वो एक बहुत ही सूंदर आवाज में संगीत का गायन करके सबको मंत्रमुग्ध कर देती थी। श्री मति लता मंगेशकर एक बहन आशा भोसले भी संगीत जगत की एक उच्च कोटि की गायिका रह चुकी है। श्री मति लता मंगेशकर ने बहुत सी भारतीय फिल्म्स के संगीत में अपनी आवाज दी है और हर एक गीत जो श्री मति लता मंगेशकर जी ने गया था और एक अच्छे मुकाम को हासिल हो पाया।

श्री मति लता मंगेशकर ही एक ऐसी सक्सियत थी दुनिया में जिनके जीते जी लोग अपने घरो में उनका केलिन्डर रखते थे , किताबो में उनके जीते जी बहुत से चैप्टर स्कूल्ज में पढ़ाये जाते थे। यही नहीं , श्री मति लता मंगेशकर एक दुनिया की एकमात्र ऐसी महिला संगीतकार थी जिनके जीते जी उनका फोटो भारत के संसद भवन और राष्ट्रपति भवन में लगा हुआ था , अक्सर हम देखते है की जब कोई महान इंसान संसार से विध ले लेता है तब उनकी तस्वीर को लगाया जाता है लेकिन लता मंगेशकर एक विश्व की फली महिला संगीतकार थी जिन्होंने अपने जीते जी भारत के संसद भवन में अपना तस्वीर देखा। भारत में राष्ट्रीय पिता महात्मा गाँधी के दुनिया से विदा लेने के बाद उनकी तस्वीर संसद और राष्ट्रपति भवन में लगी लेकिन श्री मति लता मंगेशकर की तस्वीर उनके जीते जी राष्ट्रपति और संसद भवन में लगी।

कुछ लोगो का दवा था की उनके गले की बनावट दुनिया में सबसे अलग है एक बार इस बात को लेके श्री मति लता मंगेशकर के गले का X – Ray किया गया और पाया की उनके गले से जो सुरीली आवाज निकलती है वो उनके गले की खास अंदरूनी बनावट के कारन आती है। अब सत्य क्या है ये कोई नहीं जानता , लेकिन ये सत्य है की बिना मेहनत के ये मुकाम हासिल करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

सायद इसी वजह से श्री मति लता मंगेशकर स्वर कोकिला के है।

तो दोस्तों चलिए जानते है इस महान संगीतकार के बारे में कुछ डिटेल्स से :

Awards :
1. 1972 : बेस्ट प्लेबैक सिंगर के रूप में फिल्म Paricha के लिए
2. 1974 : बेस्ट प्लेबैक सिंगर के तौर पे फिल्म Kora Kagaz के लिए
3. 1990 :: बेस्ट प्लेबैक सिंगर के रूप में फिल्म Lekin. के लिए

Filmfare Awards :
1. 1959 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप में फिल्म Aaja Re Pardeshi from Madhumati
2. 1963 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप पे फिल्म Kahi deep jale kahi dil में बीस साल बाद के लिए
3. 1966 बेस्ट प्लेबैक फीमेल सिंगर Tumhi mere mandir tumhi meri pooja के लिए
4. 1970 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप में फिल्म App Mujhe Ache Lagne Lage के लिए
5. 1994 फ़िल्म्फरे लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
6. 1995 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप में फिल्म Hum Apke Hain Kaun

Maharastra State Film Award :
1. 1966 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप में Sadhi Mansa .
2. 1977 बेस्ट प्ले बैक सिंगर के रूप में Jait Re Jait
3. Maharastra Bhushan Award.
4. Maharastra Ratna

Indian Government Award:
1. 1969 Padma Bhushan
2. Dada Shaib Falke Award.
3. Padma Vibhushan
4. Bharat Ratna
5. 2008 ओने टाइम अचीवमेंट अवार्ड , भारत के 60 वे सवतंत्रता दिवस पे

तो दोस्तों ऐसी थी हमारे देश की ये महान संगीतकार. दोस्तों इस तरह के महान सिंगर के लिए तो एक कमेंट और एक लिखे तो बनता ही है , धन्यवाद्


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