Hartalika Teej: आज है हरतालिका तीज! जानिए व्रत कथा और इस पर्व का महत्त्व

Spread the love with your friends

नई दिल्ली: Hartalika Teej 2022: करवा चौथ की तरह ही, तीज भारत में सबसे पसंदीदा त्योहारों में से एक है। इस दिन, महिलाएँ ‘निर्जला व्रत’ रखती हैं और आनंदमय वैवाहिक जीवन के लिए भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करती हैं। तीज के मानसून त्योहारों में हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज शामिल हैं। हालांकि, हरतालिका तीज व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष तृतीया के दौरान मनाया जाता है। इस बार हरतालिका तीज गुरुवार 30 अगस्त 2022 को मनाई जाएगी।

Hartalika Teej 2022: हरितालिका तीज का महत्त्व

हरितालिका तीज हरियाली तीज के एक महीने बाद आती है और ज्यादातर समय गणेश चतुर्थी से एक दिन पहले मनाई जाती है। तृतीया तिथि 29 अगस्त , 2022 को 02:33 से शुरू होती है और 30 अगस्त , 2022 को 00:18 बजे समाप्त होगी। इसी समय के साथ ही हरितालिका तीज भी समाप्त होगी। हरतालिका शब्द संस्कृत के दो शब्दों हरात (अपहरण) और आलिका (मित्र) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है मित्र का अपहरण। तीज उत्सव भारत के उत्तरी राज्यों में मनाया जाता है – विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान में। हालांकि, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हरतालिका व्रत को गौरी हब्बा के नाम से जाना जाता है।

Hartalika Teej 2021
Hartalika Teej 2021

Hartalika Teej 2022: हरितालिका तीज की व्रत कथा

दंतकथाओं के अनुसार, देवी पार्वती शिव से विवाह करना चाहती थीं, लेकिन उनके पिता ने उनके लिए भगवान विष्णु के विवाह प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। देवी पार्वती ने अपने एक मित्र से उसकी मदद करने के लिए कहा ताकि उसका विवाह भगवान विष्णु से न हो।

इसके बाद, पार्वती ने वन में जाकर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की। अंत में, भगवान शिव ने उन पर ध्यान दिया और वादा किया कि वह उससे शादी करेंगे। इसलिए इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की मिट्टी की मूर्तियाँ बनाकर उनकी पूजा की जाती है।

Holi Safety Tips – होली के त्यौहार में बरते ये सावधानिया – गलती से भी न करे ये सब

 


Spread the love with your friends

1 thought on “Hartalika Teej: आज है हरतालिका तीज! जानिए व्रत कथा और इस पर्व का महत्त्व”

Leave a Comment

PHP Code Snippets Powered By : XYZScripts.com