नई दिल्ली: क्या आपको पता है क्रिसमस डे को X –Mas क्यों कहा जाता है, क्या आपने कभी सोचा है क्रिसमस के दिन लाल मोजे क्यों लटकाए जाते हैं। क्या आपको मालूम है संता क्लॉज के कपड़ों का रंग लाल ही क्यों होता है। हम बताते हैं आपको क्रिसमस से जुड़ी कुछ रोचक बातें…
25 दिसंबर को ईसाइयों के भगवान प्रभु यीशु के जन्मदिन को पूरे विश्व में क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा फेस्टिवल है। जिसकी शुरूआत करीब चौथी सदी में हुई थी। ईसा मसीह के जन्म के कई सालों बाद क्रिसमस मनाया गया था। आपने कई जगह पढ़ा होगा कि क्रिसमस डे को x mas भी लिखा होता है। दरअसल, X सिंबल का ग्रीक में मतलब होता है, क्राइस्ट, इसलिए शॉर्ट में क्रिसमस को x mas भी बोलते हैं।

तोहफे देने का चलन
अब आपको बताते हैं क्रिसमस पर गिफ्ट्स देने का चलन कहां से आया। दरअसल, ये प्रथा शुरू हुई हॉलैंड से, जहां सैंटा निकोलस फीस्ट डे 6 दिसंबर को मनाया जाता था। उस दौरान बच्चे अपने जूते बाहर रखकर सो जाते थे और रात में सेंट निकोलस आते थे इन जूतों में छोटे-छोटे तोहफे रख जाते थे। सुबह जब बच्चे जूतों में गिफ्ट्स देखते थे तो सरप्राइज हो जाते थे। संता क्लॉज संत निकोलस पर ही आधारित हैं। सेंट निकोलस तुर्की के मीरा नामक शहर में बिशप थे। वे बच्चों को तोहफे देकर उनकी मदद किया करते थे। जिन्हें बाद में क्रिसमस ने अपनाते हुए सांता क्लॉज बना दिया।
मोजे लटकाने की परंपरा
क्रिसमस पर मोजे लटकाने की परंपरा के पीछे की दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है, एक गरीब व्यक्ति के तीन बेटियां थीं। बेटियों की शादी करने के लिए उस शख्स के पास पैसे नहीं थे। तभी एक रात सेंट निकोलस आए उस व्यक्ति की चिमनी में सोने से भरी एक थेली डाल गए। लेकिन वह थैली बगल में रखे मोजे में गिर गई। यहीं से शुरू हुई क्रिसमस पर मोजे लटकाने की पंरपरा।

मुर्गों को दिया जाता है सम्मान
बोलविया के निवासी क्रिसमस की शाम को Misa Del Gallo नामक उत्सव मनाते हैं। जिसमें मुर्गों को सामुहिक सम्मान दिया जाता है। माना जाता है कि जीसस के जन्म की घोषणा करने वाला पहला जानवर मुर्गा ही था।
मकड़ी को सजाने की पंरपरा
क्रिसमस के दिन क्रिसमस ट्री पर पोलैंड में मकड़ी को सजाने की पंरपरा है। इसके पीछे मान्यता है कि सबसे पहले मकड़ी ने ही जीसस के लिए कंबल बुना था। इसलिए पोलैंड निवासी मकड़ियों को सुख समृध्दि का प्रतीक माना जाता है।
सांता लाल रंग के कपड़े ही क्यों पहनता है
सांता ने शुरू में जो कपड़े पहने थे वह हरे, बैंगनी य़ा नीले रंग के होते थे। लेकिन बाद में सांता लाल रंग के कपड़ों में नजर आने लगे। लाल रंग खुशी और प्यार का रंग है। कहते हैं यह रंग जीसस क्राइस्ट के रक्तं का प्रतीक है जो उनका दूसरों के प्रति बेपनाह प्याैर दर्शाता है। वहीं, ये भी कहा जाता है कोल्ड ड्रिंक ब्रांड कोका कोला ने अपने विज्ञापन में सांता को लाल और सफेद कलर में ही दर्शाया।
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