
दोस्तों , कैसे है आप। दोस्तों आज हम बात क्या दिल्ली में स्कूल्ज में नई एडमिशन फीस सुच में 200 रुपये है। और क्या सुच में सभी प्राइवेट स्कूल्ज में ये नियम लागु है। और अगर किसी स्कूल में ये नियम लागु नहीं है तो हमे क्या करना चाइये। आज हम इस पोस्ट में आपको सभी एडमिशन फीस से सम्बंदित शिकायतों का सम्पूर्ण समाधान भी बताने जा रहे है। तो पूरी जानकारी देखने के लिए इस पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढ़ना, क्योंकि अधूरी जानकारी भी एक नुकशान ही है।
जानिए , क्या है सच :
ये बात तो सच है की कोरोना वायरस के चलते दिल्ली में , मुखसयामंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली डिप्टी चेइफ़ मिनिस्टर मनीष सीसोदिअ ने सभी प्राइवेट स्कूल्ज को निर्देश दिए है की, अगर कोई नई एडमिशन लेता है तो इस पडेमिक सीटूटेशन में कोई भी प्राइवेट स्कूल २०० रुपये से जयादा का एडमिशन फीस नहीं लेगा और साथ में वो अपने कुछ प्रोसेसिंग फीस मिला कर ३५०० रुपये तक एक्सटेंड कर सकता है।
जहा तक हम बात करते है की मंथली फीस की बात करे तो जो वार्षिक फीस वो इस कोविद पडेमिक से पहले लेते थे उसमे ८५ % तक ही ले।
अगर कोई स्कूल इस नियम को तोड़ेगा तो दिल्ली सर्कार तुरंत उस स्कूल के खिलाफ एक्शन लेगी और उन्हें किसी भी कीमत पे इसका जुरमाना भरना पड़ सकता है।
जानिए अब स्कूल्ज में एडमिशन फीस को लेके क्या स्कैम चल रहे है :
अब बात करते है की इस समय किस तरह से प्राइवेट स्कूल्ज में एडमिशंस को लेके धांधली चल रही है और हम में से कुछ लोग क्यों आवाज नहीं उठा पा रहे है।
अब चल ये रहा है की स्कूल आपसे एडमिशंस की फीस ले रहे है , और वो भी कॅश में। लेकिन उसके बदले में वो आपको सिर्फ और सिर्फ ३२०० या ३५०० रुपये की स्लिप दे रहे है और बोल रहे है की सर आपको पर्ची सिर्फ इतने ही अमाउंट की मिलेगी। मतलब प्राइवेट स्कूल्ज उस कॅश अमाउंट को नहीं दिखाना चाहते।
और जब पेरेंट्स इसके खिलाफ आवाज़ उठाते है तो उनको ये बोल के रोक दिया जाता है की सर अगर अभी एडमिशन नहीं करवाया गया तो सीट्स फुल हो जाएगी और बाद में एडमिशन करवाने पे आपको इस से ज्यादा एडमिशन फीस देनी पड़ेगी पड़ेगी , और इस बात से परेशान होकर पेरेंट्स कुछ नहीं कर पा रहे है। क्योंकि कॅश पेमेंट का उनके पास अब कोई सबूत नहीं होता। अब ये प्रशाशन की एक चाल है या क्या है कुछ पता नहीं।
अब सावधानी कैसे बरते :
अगर आप इस पोस्ट को पढ़ रहे है और अगर आप चाहते है की आप 200 रुपये में एडमिशन करवाए तो रिसेप्शन पे बात करते समय फीस के बारे में पूछे और बाद में ये की क्या पूरी रकम की पर्ची आपको मिलेगी या नहीं और एक बन्दे को पीछे मोबाइल देके वीडियो बनाने को बोले या आप ऑडियो करने की कोसिस करे। अगर आप ऐसा कर पते है तो आपको एक एप्लीकेशन वह के विधायक के ऑफिस में दे और दूसरी दिल्ली डिप्टी चेइफ़ मिनिस्टर मनीष सीसोदिअ जी के ऑफिस में दायरे करे। आपकी शिकायत के २४ हॉर्स में हाई अटेंशन एक्शन लिया जायेगा।
अगर आप ऐसा नहीं कर पाते तो बाकि भेड़ बकरियों के साथ चलते रहे।
यही नहीं इसके अलावा प्राइवेट स्कूल में बुक्स के नाम पे भी बड़ा स्कैम चल है। जहा बुक्स की कीमत २२०० मार्किट प्राइस है तो स्कूल्ज आपको डबल चार्जेज में देगा जो कपोलसरी है।
जिसमे से १५० रुपये तो आपको सिर्फ बुक्स को बांधने के देने पड़ेगे।
प्रूफ :
हमारे पास कुछ ज्यादा तो प्रूफ नहीं है पर जो है वो हम आपके साथ रख रहे है। ये जो फोटोज है ये संत गिरी पब्लिक स्कूल रोहिणी के है जहा हमारी टीम ने इस सुच को उजागर किया है।
ये जानकारी सिर्फ लोगो को जागरूक करने के लिए है , इसका किसी भी तरह का किसी के दिल को दुःख पहुंचना नहीं है।
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है। धन्यवाद्