नई दिल्ली: श्रीलंका अपने अभी तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। लोग देश छोड़कर जा रहे हैं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
श्रीलंका में कर्फ्यू लगाया गया है कई दिनों से सरकार के खिलाफ यहां उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है हिंसक प्रदर्शनों में सत्तारूढ़ पार्टी के एक सांसद की भी मौत हो गई और कम-से-कम 78 लोग घायल हो गए हैं।
Effective immediately I have tendered my resignation as Prime Minister to the President.
අගමැති ධූරයෙන් ඉල්ලා අස්වීමේ ලිපිය ජනාධිපතිතුමා වෙත යොමු කළෙමි.
— Mahinda Rajapaksa (@PresRajapaksa) May 9, 2022
अब तक के सबसे बुरे दौर में श्रीलंका
देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने में सहायता के लिए सैन्य दल को विरोध स्थल पर तैनात किया गया है। साल वर्ष 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है।
यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ है। जिसके कारण महंगाई और जरूरी चीजों की कमी जैसे हालात पैदा हो गए। कर्ज तले दबा श्रीलंका लगभग दिवालिया होन की कगार पर आ गया है। देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है।
नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं, क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है। सरकार में पूरा राजपक्षे परिवार बैठा है जिनके खिलाफ लंबे समय से प्रदर्शन हो रहे हैं।