इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक रिहायशी इमारत में भीषण अग्निकांड की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही थी लेकिन इस मामले में अहम खुलासा हुआ है। आग की वजह शॉर्ट सर्किट नहीं बल्कि एक तरफा प्यार था। सिरफिरे आशिक ने लड़की से बदला लेने के लिए एक वाहन में आग लगाई थी जिससे आग ने पूरी इमारत को चपेट में ले लिया।
इंदौर अग्निकांड में एक दंपति समेत सात लोग जिंदा जलकर खत्म हो गए। इन निर्दोष लोगों की हत्या के आरोपी ‘सिरफिरे आशिक’ को पुलिस ने नाटकीय घटनाक्रम के दौरान घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आग की घटना के बाद से ही फरार था।
दरअसल, इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी की रिहायशी इमारत में भीषण आग लग गई थी। आरोपी शुभम दीक्षित उर्फ संजय को लोहामंडी क्षेत्र से शनिवार और रविवार की दरमियानी रात गिरफ्तार किया गया। शुभम दीक्षित उत्तर प्रदेश के झांसी का रहने वाला है और पिछले कुछ समय से इंदौर में एक निजी कंपनी के लिए काम कर रहा था।

आरोपी ने वारदात को अंजाम देना कबूल किया है। शुभम का उस मकान में रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग था। लेकिन युवती की शादी कहीं और तय हो गई थी इसी खुन्नस में शनिवार को उसने युवती से बदला लेने की नियत से उसके स्कूटर को आग लगाई।
लेकिन स्कूटी की आग ने अन्य कई वाहनों को चपेट में ले लिया और वहां मौजूद सात लोग जिंदा जल गए। अग्निकांड के बाद फरार दीक्षित निरंजनपुर में अपने दोस्तों के घर में छिपा था और बाद में वह लोहामंडी क्षेत्र पहुंच गया। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस हादसे में 9 लोग घायल भी हो गए जिनका इलाज चल रहा है। हादसे में पीएम मोदी और एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया है।