आगरा- उत्तर प्रदेश के आगरा में हुए संजलि हत्याकांड में पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र में दसवीं की छात्रा संजलि को दिनदहाड़े पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया था, जिसके बाद उसकी इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी।
घटना का मास्टरमाइंड था योगेश
बता दें कि इस भयानक घटना को अंजाम संजलि के रिश्ते के भाई योगेश ने दिया था। इस वारदात में उसके साथ ममेरा भाई विजय और उसकी बहन का देवर आकाश भी शामिल था। विजय और आकाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि योगेश ने पहले ही जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करली थी।
कैसे हुआ खुलासा ?
एसए पी अमित पाठक ने बताया कि मौके पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद लगने लगा था कि इस घटना में दो नहीं बल्कि तीन लोग शामिल थे। सात दिन की छानबीन में ये साफ हो गया कि घटना में तीन लोग शामिल थे। घटना के दूसरे दिन ही पुलिस ने योगेश को मलपुरा थाने बुलाया था, पुलिस उसे दिल्ली भी ले गई थी। पुलिस को योगेश पर शक हो चुका था। वो दिल्ली से लौटकर आया तो पुलिस ने उसे छोड़ किया, लेकिन मोबाइल रख लिया। फोरेंसिक जांच में मिले कई सुराग जब फोरेंसिक टीम ने मोबाइल चैटिंग को खंगाला तो कई अहम सुराग सामने आए, लेकिन तब तक योगेश खुदखुशी कर चुका था। जिससे गांव का माहौल और भी बिगड़ गया था। लेकिन जैसे-जैसे छानबीन आगे बढ़ी पुलिस को सुराग मिलते गयए और ये गुत्थी सुलझ गई। घटना के खुलासे के लिए पुलिस की टीमें अलग-अलग दिशा पर काम कर रही थी, तो वहीं 500 नंबरों को सर्विलांस पर भी लगाया गया था।
मॉडल बनाने का दिखाया था सपना
योगेश ने संजलि को मॉडल बनाने का सपना भी दिखाया था, लेकिन संजलि उसे पसंद नही करती थी, क्योंकि योगेश ने पहले संजलि की बड़ी बहन अंजली को नौकरी दिलाने की बात भी कही थी पर कुछ नहीं हुआ। दोनों ही बहनें योगेश से बात करना पसंद नही करती थी। पुलिस जांच में एक तरफा प्यार की वजह वारदात को अंजाम देना बताया गया है।