Delhi: एमसीडी की सफाई कर्मचारियों को परमानेंट करने की घोषणा को AAP ने बताया जुमला

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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनके साथ कोंडली से ‘आप’ विधायक कुलदीप कुमार भी मौजूद रहे। जहां दुर्गेश पाठक ने बीजेपी शासित एमसीडी के उस दावे को जुमला करार दिया। जिसमें एमसीडी ने सफाई कर्मचारियों को परमानेंट करने की घोषणा की थी। दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना के दौरान मरने वाले सफाई कर्मचारी के परिवार को 10 लाख रुपए देने का वादा किया लेकिन अभी तक उन्हें एक रुपया नहीं दिया।

बीजेपी पर हमला बोलते हुए दुर्गैश पाठक ने कहा कि बीजेपी एमसीडी में हार से पहले ही डर गई है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों की बरसों की मांग थी कि उनकी नौकरी पक्की कर दी जाए। उन्हें नियमित करने की घोषणा की गई। मुझे बेहद खुशी हुई कि आम आदमी पार्टी ने इसका प्रस्ताव बहुत पहले से रखा था, चलो तब नहीं तो अब सही। लेकिन प्रेसवार्ता खत्म होते ही सैंकड़ों कर्मचारियों ने मुझे फोन किया और कहा कि यह लोग झूठ बोल रहे हैं।

‘बजट में क्यों नहीं की घोषणा’

दुर्गैश पाठक ने कहा कि यह लोग हर साल यही घोषणा करते हैं लेकिन उसे कभी लागू नहीं करते हैं। एमसीडी प्रभारी दुर्गैश पाठक ने सफाई कर्मचारियों के हवाले से कहा कि एमसीडी ने 2013 में यही घोषणा की थी लेकिन नौकरी पक्की नहीं की। 2016, 2018, 2020 और 2021 में भी घोषणा की थी लेकिन उसे कभी लागू नहीं किया। सफाई कर्मचारी वह हैं जो दिल्ली को साफ रखने की सबसे अहम लड़ाई लड़ते हैं। उन्हें मान-सम्मान चाहिए।

दुर्गेश पाठक ने कहा कि 15 दिनों पहले बजट पेश किया गया। पूरे साल का बजट प्रस्ताव आया जिसमें हमारे पार्षद, एलओपी और विधायक, सभी पूछते रहे कि सफाई कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव इस बजट में क्यों नहीं है। आपने उनके लिए बजट क्यों नहीं आवंटित किया है। लेकिन बीजेपी के लोगों ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया।

‘आप‘ नेताओं ने कहा कि दिल्ली में कूड़े के ढ़ेर लगे रहते हैं लेकिन उस वक्त एमसीडी को कर्मचारियों की याद नहीं आती। लेकिन जब चुनाव का समय आता है और वोट का मुद्दा आता है तब आपको याद आता है कि कर्मचारियों को पक्का करना है।


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