नई दिल्ली: गुजरात में इस साल के अंत में चुनाव होने की संभावना है। राज्य में अभी से चुनावी शोर शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी ने भी गुजरात चुनावों को लेकर रणनीति शुरू कर दी। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुजरात के भरूच में आदिवासी संकल्प महासम्मेलन को संबोधित किया।

गुजरात में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली मॉडल को लोगों के सामने रखा और बदलाव की मांग की। आप संयोजक ने कहा कि आज गुजरात में सरकारी स्कूलों की हालात बहुत खराब है। यहां 6 हजार स्कूलों को बंद कर दिया गया। कई स्कूलों की दिवारे जर्जर हो गई है। कुछ स्कूलों में तो सात कक्षाओं के बीच एक टीचर है जबकि कई स्कूल तो ऐसे हैं कि वहां एक भी शिक्षक नहीं है।
कितने लाख बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। यह सब बदल सकता है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में यह करके दिखाया है और जनता से कहा कि अगर हम यह न करें तो हमें बाहर निकाल फेंकना। अपने संबोधन के दौरान केजरीवाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को भी चुनौती दी। उन्होंने कहा कि आज परीक्षाओं के दौरान गुजरात पेपर लीक के मामले में विश्व रिकॉर्ड बना रहा है। मैं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को चुनौती देता हूं कि वे बिना पेपर लीक के एक परीक्षा करा कर दिखाएं।
हमें एक मौका दें
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम ऐसी स्कूल व्यवस्था देंगे जिसमें डॉक्टर, वकील और अमीर लोगों के बच्चे और एक रिक्शा चलाने वाले का बच्चा एक ही बेंच पर बैठकर साथ में पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि हमें एक मौका दो और अगर हम इस मौके पर ये बदलाव नहीं लाते तो हमें बाहर निकाल देना।
आप संयोजक केजरीवाल ने कहा कि इस साल दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों से 4 लाख बच्चों ने नाम कटाकर सरकारी स्कूलों में लिखाया है। वहां अमीर और गरीब के बच्चे एक साथ पढ़ाई कर रहे हैं और यही बाबा साहेब अम्बेडकर का सपना था। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इस बार 99.7 प्रतिशत रिजल्ट आया है।